G-20 शिखर सम्मेलन🔰

G-20 शिखर सम्मेलन🔰

G-20 के 17वें वार्षिक शिखर सम्मेलन इंडोनेशिया की अध्यक्षता में बाली में 'रिकवर टुगेदर, रिकवर स्ट्रॉन्गर' विषय के तहत आयोजित किया गया।
अब भारत ने G-20 की अध्यक्षता का प्रभार संभाल लिया है और 18वाँ शिखर सम्मेलन 2023 में भारत में आयोजित किया जाएगा।

▪️चर्चा के विषय

1.रूसी आक्रामकता की निंदा

2.वैश्विक अर्थव्यवस्था पर फोकस

3.खाद्य सुरक्षा नेताओं ने खाद्य सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिये समन्वित कार्रवाई करने का वादा किया और ब्लैक सी ग्रेन पहल की सराहना की।

4.जलवायु परिवर्तन

5.डिजिटल परिवर्तन..सतत् विकास लक्ष्यों तक पहुँचने में डिजिटल परिवर्तन के महत्त्व को पहचाना।

6.स्वास्थ्य...विश्व बैंक द्वारा आयोजित महामारी की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया ('महामारी कोष') के लिये एक नए वित्तीय मध्यस्थ कोष की स्थापना का स्वागत

▪️जी-20 के सदस्य देशों के समक्ष चुनौतियाँ

1.यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का प्रभाव..... रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण ने न केवल बड़े पैमाने पर भू-राजनीतिक अनिश्चितता पैदा की है बल्कि वैश्विक मुद्रास्फीति को भी बढ़ा दिया है।
पश्चिम द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों ने स्थिति को और भी खराब कर दिया है।
आर्थिक विकास धीमा 

2.बढ़ती मुद्रास्फीति का प्रभाव

3.प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की मंदी

4.बढ़ते भू-राजनीतिक मतभेद:
विश्व की अर्थव्यवस्था भू-राजनीतिक बदलावों से जूझ रही है, जैसे कि अमेरिका और चीन के बीच तनाव

▪️सुझाव

1.जी-20 देशों का पहला काम बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण करना है।

2.बाहरी ज़ोखिमों की सावधानीपूर्वक निगरानी की जाए।

3.यूक्रेन में शांति स्थापित करने के साथ-साथ "आने वाले समय में उसके विखंडन को रोकने में मदद" की भी आवश्यकता है।

4.व्यापार को लेकर G-20 नेताओं को "अधिक खुले, स्थिर और पारदर्शी नियम-आधारित व्यापार" पर ज़ोर देने की आवश्यकता है जो वस्तु की वैश्विक कमी को दूर करने में मदद करेगा।

▪️वैश्विक
 5.मूल्य शृंखलाओं के लचीलेपन को मज़बूत करने से भविष्य के झटकों से बचने में मदद मिलेग

Comments